Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Dec 2022 · 1 min read

वो साथ नहीं

अब जिंदगी, जिंदगी नहीं एक बोझ लगती है ।
मेरी मुस्कुराहटे मेरे दर्द को ढकती है ।।
मिलना तो होता है उनसे पर वो बात नहीं ।
वो होते हैं साथ मगर फिर भी मेरे साथ नहीं।।

Language: Hindi
88 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इन तन्हाइयो में तुम्हारी याद आयेगी
इन तन्हाइयो में तुम्हारी याद आयेगी
Ram Krishan Rastogi
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
Phool gufran
ख़्वाब सजाना नहीं है।
ख़्वाब सजाना नहीं है।
Anil "Aadarsh"
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
Tarang Shukla
"शाम की प्रतीक्षा में"
Ekta chitrangini
गंगा अवतरण
गंगा अवतरण
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पापा का संघर्ष, वीरता का प्रतीक,
पापा का संघर्ष, वीरता का प्रतीक,
Sahil Ahmad
हक हैं हमें भी कहने दो
हक हैं हमें भी कहने दो
SHAMA PARVEEN
शब्दों की रखवाली है
शब्दों की रखवाली है
Suryakant Dwivedi
अंग्रेजों के बनाये कानून खत्म
अंग्रेजों के बनाये कानून खत्म
Shankar N aanjna
"चीखें विषकन्याओं की"
Dr. Kishan tandon kranti
मंजिल का आखरी मुकाम आएगा
मंजिल का आखरी मुकाम आएगा
कवि दीपक बवेजा
कुछ तो पोशीदा दिल का हाल रहे
कुछ तो पोशीदा दिल का हाल रहे
Shweta Soni
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
Sanjay ' शून्य'
आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन पवित्र उत्सव का उरतल की गहराइ
आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन पवित्र उत्सव का उरतल की गहराइ
संजीव शुक्ल 'सचिन'
कवियों में सबसे महान कार्य तुलसी का (घनाक्षरी)
कवियों में सबसे महान कार्य तुलसी का (घनाक्षरी)
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
मीलों की नहीं, जन्मों की दूरियां हैं, तेरे मेरे बीच।
मीलों की नहीं, जन्मों की दूरियां हैं, तेरे मेरे बीच।
Manisha Manjari
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सत्य ही सनाान है , सार्वभौमिक
सत्य ही सनाान है , सार्वभौमिक
Leena Anand
गुम है
गुम है
Punam Pande
जहरीले धूप में (कविता )
जहरीले धूप में (कविता )
Ghanshyam Poddar
तुमको खोकर
तुमको खोकर
Dr fauzia Naseem shad
लघुकथा -
लघुकथा - "कनेर के फूल"
Dr Tabassum Jahan
मूडी सावन
मूडी सावन
Sandeep Pande
हीर मात्रिक छंद
हीर मात्रिक छंद
Subhash Singhai
आखिरी अल्फाजों में कहा था उसने बहुत मिलेंगें तेरे जैसे
आखिरी अल्फाजों में कहा था उसने बहुत मिलेंगें तेरे जैसे
शिव प्रताप लोधी
*साहित्यिक बाज़ार*
*साहित्यिक बाज़ार*
Lokesh Singh
उम्र थका नही सकती,
उम्र थका नही सकती,
Yogendra Chaturwedi
Loading...