Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2021 · 1 min read

वो महान क्यों ?…

वो महान क्यों ?…
^^^^^^^^^^^
ज़ख्म दिया था जिसने हमको,
उस पर ही मेहरबान हुए ,
जिसने की थी बर्बरता इतनी,
उसको ही हम महान कहे ।

ऐसी भी क्या थी विवशता ,
जिसने हमें मजबूर किया।
आक्रांताओ को महिमामंडित करके,
निज गौरव शर्मसार किया ।

सत्रह बार चढ़ाई करके,
गजनवी भारत लूटा था।
सोमेश्वर महादेव प्रांगण ने ,
मौत का तांडव देखा था ।

भीमदेव जब हार गया तब,
भक्तजनों ने थी कमान संभाली,
मंदिर के प्राचीर पर चढ़कर ,
तीन दिनों तक ललकार लगाई।

गजनवी भी तब गरज उठा,
रक्तरंजित मैं तलवार चलाऊँ।
मुर्तिभंजन जब मेरा उसूल है,
काफिरों पर फिर क्यों दया दिखलाऊँ।

हिन्दू अस्मिता और आस्था को,
बारम्बार विनष्ट किया।
सोमनाथ हो या विश्वनाथ हो,
लुटा और सत्यानाश किया,

भारत की हिन्दू नारियों को,
बीच चौराहे नीलाम किया।
दुख्तरे हिन्दोस्तान,नीलामे दो दीनार,
गजनी में है मीनार खड़ा ।

बच्चा-बच्चा वाकिफ़ था ,
उन बेशर्मों के आतंक से।
नन्हा बलकरन अकड़ गया था,
लूटपाट में तैमूरलंग से ।

मंदिर-मंदिर खंडित कर लंगड़े ने,
मूर्तिपूजकों का कत्ल किया।
रत्न हो या स्वर्ण आभूषण,
सबको लूट समरकंद गया ।

मुगलों के शासन की पृष्ठभूमि,
आतंक-लुटपाट से रची गई ,
सोने की चिड़िया था भारत,
दिन-ब-दिन बदहाल हुई ।

जुल्मीं का ही जुल्म छिपायें ,
उसपर से महान बतलायें ।
व्यथित कर निज गौरव को ,
ये कैसा इतिहास बनायें ।

चिंगारी की लौ नहीं बुझती,
अतीत पर पर्दा डालूँ क्यों।
जिसने लाखों निहत्थे मारे ,
फिर भी है वो महान क्यों ?…

मौलिक एवं स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
© ® मनोज कुमार कर्ण
कटिहार ( बिहार )
तिथि – २५ /१०/२०२१
मोबाइल न. – 8757227201

Language: Hindi
5 Likes · 4 Comments · 1656 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from मनोज कर्ण
View all
You may also like:
कजलियों की राम राम जी 🙏🙏🎉🎉
कजलियों की राम राम जी 🙏🙏🎉🎉
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए
उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए
Sonam Puneet Dubey
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
ये हक़ीक़त है ज़िंदगानी की,
ये हक़ीक़त है ज़िंदगानी की,
Dr fauzia Naseem shad
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
Sachin Mishra
अभी कैसे हिम्मत हार जाऊं मैं ,
अभी कैसे हिम्मत हार जाऊं मैं ,
शेखर सिंह
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
Ashwini sharma
लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के
लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के
gurudeenverma198
गीत लिखूं...संगीत लिखूँ।
गीत लिखूं...संगीत लिखूँ।
Priya princess panwar
#तुलसी महिमा
#तुलसी महिमा
Rajesh Kumar Kaurav
श्याम भजन -छमाछम यूँ ही हालूँगी
श्याम भजन -छमाछम यूँ ही हालूँगी
अरविंद भारद्वाज
जीना सीखा
जीना सीखा
VINOD CHAUHAN
माँ i love you ❤ 🤰
माँ i love you ❤ 🤰
Swara Kumari arya
दिल में कोई कसक-सी
दिल में कोई कसक-सी
Dr. Sunita Singh
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
आर.एस. 'प्रीतम'
लाख संभलते संभलते भी
लाख संभलते संभलते भी
हिमांशु Kulshrestha
भावना लोगों की कई छोटी बातों में बिगड़ जाती है,
भावना लोगों की कई छोटी बातों में बिगड़ जाती है,
Ajit Kumar "Karn"
बिखरा ख़ज़ाना
बिखरा ख़ज़ाना
Amrita Shukla
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरे जीतने के बाद बहुत आएंगे
मेरे जीतने के बाद बहुत आएंगे
Ankita Patel
((((((  (धूप ठंढी मे मुझे बहुत पसंद है))))))))
(((((( (धूप ठंढी मे मुझे बहुत पसंद है))))))))
Rituraj shivem verma
फिर से आयेंगे
फिर से आयेंगे
प्रेमदास वसु सुरेखा
4800.*पूर्णिका*
4800.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"फागुन में"
Dr. Kishan tandon kranti
नहीं है पूर्णता मुझ में
नहीं है पूर्णता मुझ में
DrLakshman Jha Parimal
जब भी दिल का
जब भी दिल का
Neelam Sharma
आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर
आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कभी-कभी
कभी-कभी
Ragini Kumari
यह 🤦😥😭दुःखी संसार🌐🌏🌎🗺️
यह 🤦😥😭दुःखी संसार🌐🌏🌎🗺️
डॉ० रोहित कौशिक
Loading...