विकट संयोग
मैं चाह लेती
तो मन न चाहता
मैं और मन दो
अलग धाराएं है
मन मुझसे मिलना
नही चाहता
और न ही मैं
मन को
अपनाना चाहती हूं,
मन और मेरा योग
विकट संयोग।
मैं चाह लेती
तो मन न चाहता
मैं और मन दो
अलग धाराएं है
मन मुझसे मिलना
नही चाहता
और न ही मैं
मन को
अपनाना चाहती हूं,
मन और मेरा योग
विकट संयोग।