वक्त
वक्त
वक्त है निरंतर चलायमन
पहचाने कद्र इस की वो बुद्धिमान
समय से चलता है प्रकृति का चक्र
न माने गति इस की, हो जाता है वक्र ।
समय से उदीप्त होता है सूर्य
शीतल चाँदनी बिखेरे है चंद्र
तारे टिमटिमाते है अम्बर पर
समय से घूमता है काल चक्र ।
समय को जिस ने पहचाना
जीवन पैमाने पर माना
खुशहाल हुआ उस का जीवन
प्रतिपल ऊल्हसित रहे उस का मन ।
जीवन का कटु सत्य है ये
हर पल प्रति पल का तथ्य है ये
वक्त रहा बलवान सदा
कोई रोक सका गति इस की भला !