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14 Feb 2024 · 1 min read

“लिख दो”

“लिख दो”
मैंने लिखी हर किताब
तेरे लिए
क्या फर्क पड़ता है
एकाध ग़ज़ल
तुम हम पे लिख दो..

3 Likes · 4 Comments · 172 Views
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