– लाजवाब हो तुम –
लाजवाब हो तुम –
तुम्हारा कोई जवाब नही,
अंदाज तुम्हारा है बेमिसाल,
लगती हो परी सी,
हो तुम बड़ी कमाल,
लगता है जैसे आई हो आसमान से,
अप्सरा सी लगती हो तुम मेरी जान,
मेरा जीवन धन्य हुआ ,
जब मिली तुम मुझे एक रोज,
बीती वो तुम्हारे साथ हसीन सी शाम,
तुम्हारा कोई नही है जवाब,
तुम हो मेरी जान लाजवाब,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान