लक्ष्य गर समक्ष है तो
लक्ष्य गर समक्ष है तो
दृढ़ अगर संकल्प है तो
आलस्य त्याग स्वप्नजीवी
तू निकल तू निकल…..
नहीं कोई विकल्प है
समय बहुत ही अल्प है
मोहपाश छोड़ के तू
आगे बढ़ आगे बढ़….
अर्चना मुकेश मेहता
लक्ष्य गर समक्ष है तो
दृढ़ अगर संकल्प है तो
आलस्य त्याग स्वप्नजीवी
तू निकल तू निकल…..
नहीं कोई विकल्प है
समय बहुत ही अल्प है
मोहपाश छोड़ के तू
आगे बढ़ आगे बढ़….
अर्चना मुकेश मेहता