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12 Aug 2024 · 1 min read

लक्ष्य गर समक्ष है तो

लक्ष्य गर समक्ष है तो
दृढ़ अगर संकल्प है तो
आलस्य त्याग स्वप्नजीवी
तू निकल तू निकल…..

नहीं कोई विकल्प है
समय बहुत ही अल्प है
मोहपाश छोड़ के तू
आगे बढ़ आगे बढ़….
अर्चना मुकेश मेहता

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