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24 Jul 2024 · 1 min read

“लकड़ी”

“लकड़ी”
दे करके मैंने हर कुरबानी
सारी इमारतें बनवाई,
चूल्हे-चौकों में नित्य जलकर
पेट की आग बुझाई।

3 Likes · 2 Comments · 82 Views
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