रुगी छंद
छोटी रोटी
थोड़ी मोटी
लड्डू गोल
मीठी बोल।
खीरा छोड़
हीरा तोड़
माथे झोल
पेटी खोल
माया जाल
बूरा हाल
बैठा काल
तोड़े डाल
मीत नहीं
रीत यही
गीली मिट्टी
आई चिट्ठी
छोटा बच्चा
थोड़ा कच्चा
ठंडा पानी
पीती नानी
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
छोटी रोटी
थोड़ी मोटी
लड्डू गोल
मीठी बोल।
खीरा छोड़
हीरा तोड़
माथे झोल
पेटी खोल
माया जाल
बूरा हाल
बैठा काल
तोड़े डाल
मीत नहीं
रीत यही
गीली मिट्टी
आई चिट्ठी
छोटा बच्चा
थोड़ा कच्चा
ठंडा पानी
पीती नानी
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली