रुसवा दिल
जब से मेरी बातों पर तूने मुस्कुराना छोड़ दिया
तब से मैंने खुद पर भी इतराना छोड़ दिया
जब से मेरे कदमों से तूने कदम मिलाना छोड़ दिया
तब से मेरे कदमों ने खुद से चलना चलाना छोड़ दिया
जब से मेरे गीतों पर तूने गुनगुनाना छोड़ दिया
तब से मैंने लब्ज़ों को अल्फ़ाज़ बनाना छोड़ दिया
जब से मेरी नीदों में तूने आना जाना छोड़ दिया
तब से मेरी पलकों ने सपनें बुलाना छोड़ दिया
जब से तेरे होंठों ने मुझको बुलाना छोड़ दिया
तब से मेरे कानों से सुनना सुनाना छोड़ दिया
जब से मेरी यादों को तूने अपना बनाना छोड़ दिया
तब से तेरी गलियों में मैंने आना जाना छोड़ दिया
जब से मेरे इस दिल को तूने अपना बनाना छोड़ दिया
तब से मेरी धड़कन ने दिल मे आना जाना छोड़ दिया ।
!! आकाशवाणी !!