Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Nov 2023 · 1 min read

क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?

क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?

पापा पूछे रिंकू बेटा, मचा हुआ क्या खेल?
गणित परीक्षा में कर आया, तू क्यों अव्वल फेल?
रिंकू बोला अजब कहानी, पर पापा मुझको बतलानी,
टीचर से रिश्ता मेरा ,ऐसा वैसा कैसा समझानी।
प्रश्न पत्र में टीचर ने थे, ऐसे प्रश्न बिठाए,
काम ना आती अपनी बुद्धि , कैसे जुगत भिड़ाए।
गुस्से में हमने भी आकर , क्या क्या था लिख डाला,
एक प्रश्न के चार थे उत्तर , सबका सब टिक डाला।
गणित पत्र में वही प्रश्न थे , उनको जो भाता था,
उत्तर में लिख डाले मैंने , जो मुझको आता था।
मैथ के पेपर में धरती का , नक्शा डाला गोल,
टीचर की हीं गलती थी क्यों, पढ़ा नहीं भूगोल?

अजय अमिताभ सुमन

160 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3309.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3309.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
■ अखंड भारत की दिशा में प्रयास का पहला चरण।
■ अखंड भारत की दिशा में प्रयास का पहला चरण।
*Author प्रणय प्रभात*
पुकार
पुकार
Dr.Pratibha Prakash
क्यूँ इतना झूठ बोलते हैं लोग
क्यूँ इतना झूठ बोलते हैं लोग
shabina. Naaz
बरगद और बुजुर्ग
बरगद और बुजुर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वो ज़माने चले गए
वो ज़माने चले गए
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
बहाव के विरुद्ध कश्ती वही चला पाते जिनका हौसला अंबर की तरह ब
बहाव के विरुद्ध कश्ती वही चला पाते जिनका हौसला अंबर की तरह ब
Dr.Priya Soni Khare
दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान ।
दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान ।
Arvind trivedi
तुम आये तो हमें इल्म रोशनी का हुआ
तुम आये तो हमें इल्म रोशनी का हुआ
sushil sarna
** समय कीमती **
** समय कीमती **
surenderpal vaidya
लोग आपके प्रसंसक है ये आपकी योग्यता है
लोग आपके प्रसंसक है ये आपकी योग्यता है
Ranjeet kumar patre
Ye din to beet jata hai tumhare bina,
Ye din to beet jata hai tumhare bina,
Sakshi Tripathi
फ़ासला गर
फ़ासला गर
Dr fauzia Naseem shad
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
कृष्णकांत गुर्जर
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दिल की पुकार है _
दिल की पुकार है _
Rajesh vyas
बरगद पीपल नीम तरु
बरगद पीपल नीम तरु
लक्ष्मी सिंह
बड़ा मन करऽता।
बड़ा मन करऽता।
जय लगन कुमार हैप्पी
कता
कता
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
न ठंड ठिठुरन, खेत न झबरा,
न ठंड ठिठुरन, खेत न झबरा,
Sanjay ' शून्य'
मुक्तक - वक़्त
मुक्तक - वक़्त
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन का मुस्कान
जीवन का मुस्कान
Awadhesh Kumar Singh
जो चाकर हैं राम के
जो चाकर हैं राम के
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जय श्री कृष्णा राधे राधे
जय श्री कृष्णा राधे राधे
Shashi kala vyas
मेरे मित्र के प्रेम अनुभव के लिए कुछ लिखा है  जब उसकी प्रेमि
मेरे मित्र के प्रेम अनुभव के लिए कुछ लिखा है जब उसकी प्रेमि
पूर्वार्थ
माता के नौ रूप
माता के नौ रूप
Dr. Sunita Singh
नये पुराने लोगों के समिश्रण से ही एक नयी दुनियाँ की सृष्टि ह
नये पुराने लोगों के समिश्रण से ही एक नयी दुनियाँ की सृष्टि ह
DrLakshman Jha Parimal
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
दोस्त न बन सकी
दोस्त न बन सकी
Satish Srijan
"आशिकी"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...