Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2024 · 1 min read

“रियायत”

“रियायत”
अगर समझ सको तो समझ लो,
कई- कई राज छुपे हैं इशारों में।
मौत कभी रियायत बरतती नहीं,
पहुँच जाती है हर किनारों में।

1 Like · 1 Comment · 29 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
खेत रोता है
खेत रोता है
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
न छीनो मुझसे मेरे गम
न छीनो मुझसे मेरे गम
Mahesh Tiwari 'Ayan'
कोठरी
कोठरी
Punam Pande
"अभी" उम्र नहीं है
Rakesh Rastogi
हौसलों की ही जीत होती है
हौसलों की ही जीत होती है
Dr fauzia Naseem shad
!! एक चिरईया‌ !!
!! एक चिरईया‌ !!
Chunnu Lal Gupta
हौसला
हौसला
Monika Verma
*मन का मीत छले*
*मन का मीत छले*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*रावण आया सिया चुराने (कुछ चौपाइयॉं)*
*रावण आया सिया चुराने (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
तुम पलाश मैं फूल तुम्हारा।
तुम पलाश मैं फूल तुम्हारा।
Dr. Seema Varma
खुशी के पल
खुशी के पल
RAKESH RAKESH
// जय श्रीराम //
// जय श्रीराम //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नसीहत
नसीहत
Shivkumar Bilagrami
💐प्रेम कौतुक-381💐
💐प्रेम कौतुक-381💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इक्कीसवीं सदी की कविता में रस +रमेशराज
इक्कीसवीं सदी की कविता में रस +रमेशराज
कवि रमेशराज
निकट है आगमन बेला
निकट है आगमन बेला
डॉ.सीमा अग्रवाल
आचार संहिता
आचार संहिता
Seema gupta,Alwar
डाइन
डाइन
अवध किशोर 'अवधू'
संदेशा
संदेशा
manisha
फ़र्क़..
फ़र्क़..
Rekha Drolia
क्या मिला मुझको उनसे
क्या मिला मुझको उनसे
gurudeenverma198
पिया घर बरखा
पिया घर बरखा
Kanchan Khanna
"मैं आज़ाद हो गया"
Lohit Tamta
मेरा न कृष्ण है न मेरा कोई राम है
मेरा न कृष्ण है न मेरा कोई राम है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
" खामोश आंसू "
Aarti sirsat
तुम - दीपक नीलपदम्
तुम - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
होगे बहुत ज़हीन, सवालों से घिरोगे
होगे बहुत ज़हीन, सवालों से घिरोगे
Shweta Soni
हिन्दी दोहे- इतिहास
हिन्दी दोहे- इतिहास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बिधवा के पियार!
बिधवा के पियार!
Acharya Rama Nand Mandal
चलो चलें वहां जहां मिले ख़ुशी
चलो चलें वहां जहां मिले ख़ुशी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...