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20 Jul 2023 · 1 min read

“राज है तन्दुरुस्ती का”

ख्वाबों को
रेशम के तकिये लगाओ,
नींद पूरी करो
बदन की खोज खबर लेते जाओ,
आत्मा को दुलराओ
सुकून का बन्दोबस्त कर
योग-विपश्यना की शरण में जाओ।

कुछ शौक पालो
कुछ ध्यान धरो
रूटीन से बाहर निकलकर
कुछ नया काम करो
यही राज है तन्दुरुस्ती का,
इंसान की चुस्ती-दुरुस्ती का।

वरना पहले से ही जिन्दगी में
घुली है सैकड़ों आफ़तें,
और अनगिनत रोग भी
जो देते ना कोई रियायतें।

-डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
टैलेंट आइकॉन-2022
एवं
अमेरिकन टैलेंट राइटर अवार्ड प्राप्त- 2023

Language: Hindi
8 Likes · 5 Comments · 97 Views
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