Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Mar 2020 · 2 min read

रक्षक हैं ये जवान

झूठ का पर्दा हटा आँख से सच्चाई को देखो तुम
कश्मीरवासियों वीर जवानों पर मत पत्थर फेंको तुम

याद करो जब बाढ़ की जद में फँसा हुआ कश्मीर था
बालक,महिला,वृद्ध सभी की आँख समाया नीर था

चहुँदिश फैली अंधकार की काली घनी सियाही थी
घर-आँगन सब डूब रहे थे चारों ओर तबाही थी

क्रूर काल ने व्यूह बनाकर जब कश्मीर को घेर लिया
संकट में अलगाववादियों ने अपना मुख फेर लिया

जिसके गुण गाते रहते हो वो बेइमान नहीं आया
हाथ पकड़कर तुम्हें बचाने पाकिस्तान नहीं आया

कायरता और गद्दारी थी लहू के कतरे-कतरे में
जेहादी सब उड़न छू हुए छोड़ के तुमको खतरे में

देर नहीं की पल भर भी तब देश के वीर जवानों ने
जान की बाजी लगायी थी तब भारत माँ के दिवानो ने

हिन्दू था न मुस्लिम था और न ही सिक्ख इसाई था
जिसने मौत से तुम्हें बचाया यही तुम्हारा भाई था

पर्वत और पानी की चोट को सीने पर खुद झेल गया
तुम्हें बचाने की खातिर वो अपनी जान पे खेल गया

याद करो उस फौजी को जिसे भारत माँ ने भेजा था
तुम्हें सुरक्षित करने को बच्चों के जैसे सहेजा था

मौत की आँख में डाल दी आँखें देखे जग हैरानी से
वही बचा लाया था तुम्हारे जिगर का टुकड़ा पानी से

ईमान बिका कुछ पैसों में फिर कैसे भला शर्मिन्दा हो
उन पर ही पत्थर बरसाया जिनके दम पर जिन्दा हो

आतंक और अलगाववादियों के झाँसे में काम किया
एक बार फिर से तुमने मजहब को ही बदनाम किया

सेना ने हटा ली सुरक्षा तो फिर मारे काटे जाओगे
सबको काफ़िर कहते हो फिर खुद काफ़िर कहलाओगे

इसीलिए कहता है ‘संजय’ कुछ तो अपना ध्यान धरो
रक्षक हैं ये जवान तुम्हारे इनका तुम सम्मान करो

Language: Hindi
387 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जब तुम उसको नहीं पसन्द तो
जब तुम उसको नहीं पसन्द तो
gurudeenverma198
महावीर की शिक्षाएं, सारी दुनिया को प्रसांगिक हैं
महावीर की शिक्षाएं, सारी दुनिया को प्रसांगिक हैं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
कवि रमेशराज
क्यों पड़ी है गांठ, आओ खोल दें।
क्यों पड़ी है गांठ, आओ खोल दें।
surenderpal vaidya
चंद्रयान ३
चंद्रयान ३
प्रदीप कुमार गुप्ता
सियासी बातें
सियासी बातें
Shriyansh Gupta
परिभाषाएं अनगिनत,
परिभाषाएं अनगिनत,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
हृदय कुंज  में अवतरित, हुई पिया की याद।
हृदय कुंज में अवतरित, हुई पिया की याद।
sushil sarna
.......शेखर सिंह
.......शेखर सिंह
शेखर सिंह
अनचाहे अपराध व प्रायश्चित
अनचाहे अपराध व प्रायश्चित
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*** तस्वीर....!!! ***
*** तस्वीर....!!! ***
VEDANTA PATEL
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
Kanchan Alok Malu
चुनाव आनेवाला है
चुनाव आनेवाला है
Sanjay ' शून्य'
पिता
पिता
Kanchan Khanna
दोहे
दोहे
डॉक्टर रागिनी
खेल रहे अब लोग सब, सिर्फ स्वार्थ का खेल।
खेल रहे अब लोग सब, सिर्फ स्वार्थ का खेल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अगर कोई अच्छा खासा अवगुण है तो लोगों की उम्मीद होगी आप उस अव
अगर कोई अच्छा खासा अवगुण है तो लोगों की उम्मीद होगी आप उस अव
Dr. Rajeev Jain
शब्दों की अहमियत को कम मत आंकिये साहिब....
शब्दों की अहमियत को कम मत आंकिये साहिब....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
🙅POK🙅
🙅POK🙅
*Author प्रणय प्रभात*
क्या दिखेगा,
क्या दिखेगा,
pravin sharma
स्वयं आएगा
स्वयं आएगा
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
बंद आंखें कर ये तेरा देखना।
बंद आंखें कर ये तेरा देखना।
सत्य कुमार प्रेमी
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
Surinder blackpen
*माँ सरस्वती जी*
*माँ सरस्वती जी*
Rituraj shivem verma
*पहचान* – अहोभाग्य
*पहचान* – अहोभाग्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3277.*पूर्णिका*
3277.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*किताब*
*किताब*
Dushyant Kumar
खुदा के वास्ते
खुदा के वास्ते
shabina. Naaz
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
Saraswati Bajpai
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...