Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Dec 2023 · 1 min read

*पहचान* – अहोभाग्य

=================
पहचान
शीर्षक – अहोभाग्य
विधा – अतुकांत काव्य
लेखक – डॉ अरुण कुमार शास्त्री

पहचान के लिए आज जूझ रहा है साहित्यकार ।
कर रहा कविता लिख रहा लेख हर समूह – हर बार ।

एक पत्र सम्मान का प्रशस्ति की खातिर मिला ।
नाम के आगे सम्माननीय समूह में प्रशासक ने लिखा ।

हो प्रोत्साहित उनके इस उद्बोधन से कवि ने धन्य कहा ।
मान कर पहचान अपनी वो इसे कितना गर्वित हो रहा ।

सामाजिक पटलों पर ऐसे रोज़ सम्मेलन हो रहे ।
पहचान बांटते पत्रों के माध्यम से व्यक्तिगत आस्था खो रहे ।

दूर –दूर से ही सही मेरी भी पहचान बनी ।
सम्पूर्ण भारत अब बना मेरी अपनी है स्थली ।

सामने पड़ जाये यदि कोई न देगा ध्यान ।
बस इतनी पहचान है अरे , सुनिए तो श्रीमान ।

निशुल्क सम्मेलन हुआ कहलाया अंतर्राष्ट्रीय ।
विदेश से सहभागी एक नहीं शामिल थे सिर्फ भारतीय ।

मन मसोस कर रह गए कविता पढ़ने की जब आई बारी ।
मंच पर बैठे हुए थे सिर्फ प्रबंधन के अधिकारी ।

पहचान के लिए आज जूझ रहा है साहित्यकार ।
कर रहा कविता लिख रहा लेख हर समूह – हर बार ।

एक पत्र सम्मान का प्रशस्ति की खातिर मिला ।
नाम के आगे सम्माननीय समूह में प्रशासक ने लिखा ।
©️®️

Language: Hindi
116 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
प्रेम के नाम पर मर मिटने वालों की बातें सुनकर हंसी आता है, स
प्रेम के नाम पर मर मिटने वालों की बातें सुनकर हंसी आता है, स
पूर्वार्थ
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
3276.*पूर्णिका*
3276.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ सामयिक सवाल...
■ सामयिक सवाल...
*Author प्रणय प्रभात*
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चिड़िया रानी
चिड़िया रानी
नन्दलाल सुथार "राही"
"दीप जले"
Shashi kala vyas
भाव और ऊर्जा
भाव और ऊर्जा
कवि रमेशराज
मुझ में
मुझ में
हिमांशु Kulshrestha
छोटे गाँव का लड़का था मैं
छोटे गाँव का लड़का था मैं
The_dk_poetry
कोशिशों में तेरी
कोशिशों में तेरी
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-411💐
💐प्रेम कौतुक-411💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुफ़्त
मुफ़्त
नंदन पंडित
परिणय प्रनय
परिणय प्रनय
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
कर
कर
Neelam Sharma
मैं हूं आदिवासी
मैं हूं आदिवासी
नेताम आर सी
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
Mamta Singh Devaa
"फिर"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल्ली चलें सब साथ
दिल्ली चलें सब साथ
नूरफातिमा खातून नूरी
~ हमारे रक्षक~
~ हमारे रक्षक~
करन ''केसरा''
बहुत दिनों के बाद मिले हैं हम दोनों
बहुत दिनों के बाद मिले हैं हम दोनों
Shweta Soni
नाज़ुक सा दिल मेरा नाज़ुकी चाहता है
नाज़ुक सा दिल मेरा नाज़ुकी चाहता है
ruby kumari
असली खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है।
असली खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
मेरी माटी मेरा देश भाव
मेरी माटी मेरा देश भाव
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
Not only doctors but also cheater opens eyes.
Not only doctors but also cheater opens eyes.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
Shakil Alam
"रंग भले ही स्याह हो" मेरी पंक्तियों का - अपने रंग तो तुम घोलते हो जब पढ़ते हो
Atul "Krishn"
लिखता हम त मैथिल छी ,मैथिली हम नहि बाजि सकैत छी !बच्चा सभक स
लिखता हम त मैथिल छी ,मैथिली हम नहि बाजि सकैत छी !बच्चा सभक स
DrLakshman Jha Parimal
प्रेम
प्रेम
Satish Srijan
अपनी घड़ी उतार कर किसी को तोहफे ना देना...
अपनी घड़ी उतार कर किसी को तोहफे ना देना...
shabina. Naaz
Loading...