Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2023 · 1 min read

क्यों पड़ी है गांठ, आओ खोल दें।

क्यों पड़ी है गांठ, आओ खोल दें।
प्रीति के प्रिय शब्द, मीठे बोल दें।
हम करें नित प्यार, शिकवे छोड़ कर।
भूल कर मतभेद, मिश्री घोल लें।
~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०६/१०/२०२३

2 Likes · 1 Comment · 161 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from surenderpal vaidya
View all
You may also like:
लेकिन क्यों ?
लेकिन क्यों ?
Dinesh Kumar Gangwar
तहजीब राखिए !
तहजीब राखिए !
साहित्य गौरव
दिल में कुण्ठित होती नारी
दिल में कुण्ठित होती नारी
Pratibha Pandey
.......,,
.......,,
शेखर सिंह
*पतंग (बाल कविता)*
*पतंग (बाल कविता)*
Ravi Prakash
आत्मविश्वास ही हमें शीर्ष पर है पहुंचाती... (काव्य)
आत्मविश्वास ही हमें शीर्ष पर है पहुंचाती... (काव्य)
AMRESH KUMAR VERMA
मित्रता तुम्हारी हमें ,
मित्रता तुम्हारी हमें ,
Yogendra Chaturwedi
इंद्रधनुष सी जिंदगी
इंद्रधनुष सी जिंदगी
Dr Parveen Thakur
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
VINOD CHAUHAN
दोहा छंद विधान ( दोहा छंद में )
दोहा छंद विधान ( दोहा छंद में )
Subhash Singhai
वो तुम्हें! खूब निहारता होगा ?
वो तुम्हें! खूब निहारता होगा ?
The_dk_poetry
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
प्राची संग अरुणिमा का,
प्राची संग अरुणिमा का,
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
जिंदगी बंद दरवाजा की तरह है
जिंदगी बंद दरवाजा की तरह है
Harminder Kaur
माना के गुनाहगार बहुत हू
माना के गुनाहगार बहुत हू
shabina. Naaz
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
वृक्ष किसी को
वृक्ष किसी को
DrLakshman Jha Parimal
Temple of Raam
Temple of Raam
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
स्मृति प्रेम की
स्मृति प्रेम की
Dr. Kishan tandon kranti
नहीं बदलते
नहीं बदलते
Sanjay ' शून्य'
★आईने में वो शख्स★
★आईने में वो शख्स★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
वीर गाथा है वीरों की ✍️
वीर गाथा है वीरों की ✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
फ़र्क़ यह नहीं पड़ता
फ़र्क़ यह नहीं पड़ता
Anand Kumar
कैसे कह दूं मुझे उनसे प्यार नही है
कैसे कह दूं मुझे उनसे प्यार नही है
Ram Krishan Rastogi
सर के बल चलकर आएँगी, खुशियाँ अपने आप।
सर के बल चलकर आएँगी, खुशियाँ अपने आप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
2909.*पूर्णिका*
2909.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
देखें क्या है राम में (पूरी रामचरित मानस अत्यंत संक्षिप्त शब्दों में)
देखें क्या है राम में (पूरी रामचरित मानस अत्यंत संक्षिप्त शब्दों में)
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
Loading...