Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2020 · 1 min read

यक़ीन

जिंदगी क़शम़क़श में गुज़ारता रहा हाल़ातों से समझौता करता रहा।
शब़े ग़म गुज़ार दी मस़र्रत की स़हर के इंतज़ार में।
जो मय़स्सर था उसे पा कर तस़ल्ली कर ली नस़ीब फ़िरने के ए़तबार में।
दोस्तों के फ़रेब खाकर भी माथे पर शिक़न ना आने दी।
जो ख़ता उन्होंने की उसे माफ़ कर बदले की आग दिल में ना सुलगने दी।
मुझे ये यक़ीन था कि एक दिन वो ज़रूर आएगा जब मेरी तक़दीर का सितारा उरूज़ पर होगा।
तब ये बंदे जो आज मेरी खिलाफ़त में खड़े हैं कल मेरी दोस्ती को तरसेंगे।
और अपनी जफ़ाओं पर शर्मिंदा होकर मुझसे माफी मांगने के लिए मजबूर होगें।

5 Likes · 7 Comments · 391 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
gurudeenverma198
जब कभी उनका ध्यान, मेरी दी हुई ring पर जाता होगा
जब कभी उनका ध्यान, मेरी दी हुई ring पर जाता होगा
The_dk_poetry
"चारपाई"
Dr. Kishan tandon kranti
*हम पर अत्याचार क्यों?*
*हम पर अत्याचार क्यों?*
Dushyant Kumar
💐प्रेम कौतुक-500💐
💐प्रेम कौतुक-500💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
* बढ़ेंगे हर कदम *
* बढ़ेंगे हर कदम *
surenderpal vaidya
शिक्षक है आदर्श हमारा
शिक्षक है आदर्श हमारा
Harminder Kaur
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
ऐ सावन अब आ जाना
ऐ सावन अब आ जाना
Saraswati Bajpai
" चले आना "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
दृढ़ निश्चय
दृढ़ निश्चय
RAKESH RAKESH
पूजा नहीं, सम्मान दें!
पूजा नहीं, सम्मान दें!
Shekhar Chandra Mitra
मैं इंकलाब यहाँ पर ला दूँगा
मैं इंकलाब यहाँ पर ला दूँगा
Dr. Man Mohan Krishna
2698.*पूर्णिका*
2698.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
कवि रमेशराज
मेरी हस्ती
मेरी हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
सावन: मौसम- ए- इश्क़
सावन: मौसम- ए- इश्क़
Jyoti Khari
शीर्षक - कुदरत के रंग...... एक सच
शीर्षक - कुदरत के रंग...... एक सच
Neeraj Agarwal
मातृत्व दिवस खास है,
मातृत्व दिवस खास है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कहां गये हम
कहां गये हम
Surinder blackpen
*साँस लेने से ज्यादा सरल कुछ नहीं (मुक्तक)*
*साँस लेने से ज्यादा सरल कुछ नहीं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
******शिव******
******शिव******
Kavita Chouhan
पत्नी-स्तुति
पत्नी-स्तुति
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
सुस्ता लीजिये थोड़ा
सुस्ता लीजिये थोड़ा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में
नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में
आर.एस. 'प्रीतम'
🙅महा-ज्ञान🙅
🙅महा-ज्ञान🙅
*Author प्रणय प्रभात*
........,
........,
शेखर सिंह
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Remembering that winter Night
Remembering that winter Night
Bidyadhar Mantry
Loading...