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29 Jun 2023 · 1 min read

*साँस लेने से ज्यादा सरल कुछ नहीं (मुक्तक)*

साँस लेने से ज्यादा सरल कुछ नहीं (मुक्तक)
—————————————-
साँस लेने से ज्यादा सरल कुछ नहीं
साँस के है बिना कोई पल कुछ नहीं
आखिरी साँस लेने में मुश्किल बहुत
सामने इसके कोई गरल कुछ नहीं
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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