Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Oct 2024 · 1 min read

याद रख कर तुझे दुआओं में,

याद रख कर तुझे दुआओं में,
फ़िक्र करते हैं, तेरी हर लम्हा।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 29 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

बुढ़िया काकी बन गई है स्टार
बुढ़िया काकी बन गई है स्टार
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
----- स्वप्न सलौने -----
----- स्वप्न सलौने -----
पंकज परिंदा
रूह संग लिपटी
रूह संग लिपटी
Surinder blackpen
फिर आई बरसात फिर,
फिर आई बरसात फिर,
sushil sarna
"हँसिया"
Dr. Kishan tandon kranti
हर मौसम भाता है मुझे,
हर मौसम भाता है मुझे,
ओसमणी साहू 'ओश'
*जो कहता है कहने दो*
*जो कहता है कहने दो*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जो समझना है
जो समझना है
Dr fauzia Naseem shad
दोहा
दोहा
seema sharma
My cat
My cat
Otteri Selvakumar
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
Abhishek Soni
गहरा राज़
गहरा राज़
ओनिका सेतिया 'अनु '
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
मैने माथा चूम लिया
मैने माथा चूम लिया
ललकार भारद्वाज
खिङकियां
खिङकियां
Meenakshi Bhatnagar
* खुशियां मनाएं *
* खुशियां मनाएं *
surenderpal vaidya
कैसे पचती पेट में, मिली मुफ्त की दाल।.
कैसे पचती पेट में, मिली मुफ्त की दाल।.
RAMESH SHARMA
खड़कते पात की आवाज़ को झंकार कहती है।
खड़कते पात की आवाज़ को झंकार कहती है।
*प्रणय*
एक पल
एक पल
Kanchan verma
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
Mukesh Kumar Sonkar
पल में सब  कुछ खो गया
पल में सब कुछ खो गया
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2880.*पूर्णिका*
2880.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"Always and Forever."
Manisha Manjari
जय मंगलागौरी
जय मंगलागौरी
Neeraj Agarwal
*मुझे गाँव की मिट्टी,याद आ रही है*
*मुझे गाँव की मिट्टी,याद आ रही है*
sudhir kumar
सरस्वती वंदना-4
सरस्वती वंदना-4
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मेरी हर आरजू में,तेरी ही ज़ुस्तज़ु है
मेरी हर आरजू में,तेरी ही ज़ुस्तज़ु है
Pramila sultan
कर्ण कृष्ण संवाद
कर्ण कृष्ण संवाद
Chitra Bisht
Loading...