Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2024 · 1 min read

यह जीवन तो शून्य का,

यह जीवन तो शून्य का,
आभासी है रूप ।
पग – पग पर संघर्ष की,
फैली तीखी धूप ।।
सुशील सरना / 25-7-24

60 Views

You may also like these posts

*शूल  फ़ूलों  बिना बिखर जाएँगे*
*शूल फ़ूलों बिना बिखर जाएँगे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सपने सच हो पाते बस क़िस्मत वालों के ही,
सपने सच हो पाते बस क़िस्मत वालों के ही,
Ajit Kumar "Karn"
गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
Neelofar Khan
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सुबह सुबह उठ कर उनींदी आँखों से अपने माथे की बिंदी को अपने प
सुबह सुबह उठ कर उनींदी आँखों से अपने माथे की बिंदी को अपने प
पूर्वार्थ
*
*"तुम प्रीत रूप हो माँ "*
Shashi kala vyas
Xhazal
Xhazal
shahab uddin shah kannauji
रात नशीली कासनी, बहका-बहका चाँद।
रात नशीली कासनी, बहका-बहका चाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
#शेर-
#शेर-
*प्रणय*
सागर की लहरों
सागर की लहरों
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
बदरा कारे अब तो आ रे
बदरा कारे अब तो आ रे
अरशद रसूल बदायूंनी
नुक्ते के दखल से रार–प्यार/ मुसाफ़िर बैठा
नुक्ते के दखल से रार–प्यार/ मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
4603.*पूर्णिका*
4603.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
समंदर है मेरे भीतर मगर आंख से नहींबहता।।
समंदर है मेरे भीतर मगर आंख से नहींबहता।।
Ashwini sharma
बीमार क़ौम
बीमार क़ौम
Shekhar Chandra Mitra
मधुमास
मधुमास
Namita Gupta
त्रिपदा छंद
त्रिपदा छंद
Dr Archana Gupta
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है, दिल के सुकूं की क़ीमत, आँखें आंसुओं की किस्तों से चुकाती है
मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है, दिल के सुकूं की क़ीमत, आँखें आंसुओं की किस्तों से चुकाती है
Manisha Manjari
वह दिन जरूर आयेगा
वह दिन जरूर आयेगा
Pratibha Pandey
दिन और रात-दो चरित्र
दिन और रात-दो चरित्र
Suryakant Dwivedi
शिवशक्ति
शिवशक्ति
Sudhir srivastava
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
Bodhisatva kastooriya
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
स्वयं को स्वयं पर
स्वयं को स्वयं पर
Dr fauzia Naseem shad
मेघ, वर्षा और हरियाली
मेघ, वर्षा और हरियाली
Ritu Asooja
लोग कहते रहे
लोग कहते रहे
VINOD CHAUHAN
"लड़ाई"
Dr. Kishan tandon kranti
Yaade tumhari satane lagi h
Yaade tumhari satane lagi h
Kumar lalit
Loading...