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2 Jul 2021 · 1 min read

यही मंजर

तेरी यादों का ये दरिया मुझे सोने नहीं देता,
अजनबी राहों पर भी मुझे खोने नहीं देता,
भरोसे की दीवारों को भी मैंने ढहते देखा है,
यही मंजर मुझे तेरा कभी होने नहीं देता।

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