यही मंजर
तेरी यादों का ये दरिया मुझे सोने नहीं देता,
अजनबी राहों पर भी मुझे खोने नहीं देता,
भरोसे की दीवारों को भी मैंने ढहते देखा है,
यही मंजर मुझे तेरा कभी होने नहीं देता।
तेरी यादों का ये दरिया मुझे सोने नहीं देता,
अजनबी राहों पर भी मुझे खोने नहीं देता,
भरोसे की दीवारों को भी मैंने ढहते देखा है,
यही मंजर मुझे तेरा कभी होने नहीं देता।