मौसम
बदलता है मौसम
देता है सीख
पहचानों अपनी कमियों को ,
निखारो अपने आपको ,
सृष्टि का नियम है
परिवर्तन
कुदरत का अभिन्न अंग है
मौसम
समय से आना
समय से जाना
स्वयं करना अपना कार्य
बदलते रहना समयानुसार
मिले सफलता या असफलता
बेहतर करना बदल – बदल कर
जीना है मौसम के संग
आत्मसात करना है मौसम की सीख को
है जहाँ गुण , वहाँ दोष भी
गुण अपनाना दोष त्यागना
इसे नहीं भूलना है ||