Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jan 2017 · 1 min read

मैं तो कहता हूँ

मैं तो कहता हूँ……
मैं तो कहता हूँ हर युवा को अब जाग जाना चाहिए
मोह माया के इस जंजाल से दूर भाग जाना चाहिए
देश द्रोह और स्वार्थ भाव को दिल से फूंक देना चाहिए
कूद-कूद कर राजनीति में भी तुमको भाग लेना चाहिए
क्या रखा है इस जाति में बस इंसानियत अपनाना चाहिए
हो जाओगे सशक्त इक दिन बस यही राग अपनाना चाहिए
मैं तो कहता हूँ…….
डरना नहीं कि परिणाम भला क्या होगें आगे फिर…
सकारात्मक सोच को साथ लेकर सदा गुनगुनाना चाहिए
देखो चुनाव का दौर है फिर सामने ही आपके…….
अब खुद को चमचा किसी का नहीं बन जाना चाहिए
सच को लेकर साथ चलों तो ही भला होगा तुम्हारा
यूं झूठ फरेब के साथ खुद बिक नही जाना चाहिए
मैं तो कहता हूँ…….
वाह वाही किसी की होती नहीं यूं फ़जूल में यारों
देश हो गया है मोदीमय हमें भी अब हो जाना चाहिए
सच्चाई तो उन्हें भी मालूम जो बैठे हैं विपक्ष में…….
मैं तो कहता हूँ उन्हें भी मोदी जी के साथ आ जाना चाहिए
पता है मुझे भी कई अब दोषी ठहराएंगे यहाँ यूं ही बेमतल में
उनको कहता हूं कि तुमको तो डूब कर मर जाना चाहिए
मैं तो कहता हूँ……
——————- #बृजपाल सिंह

Language: Hindi
2 Likes · 271 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" प्यार के रंग" (मुक्तक छंद काव्य)
Pushpraj Anant
दीपों की माला
दीपों की माला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अंधेरों रात और चांद का दीदार
अंधेरों रात और चांद का दीदार
Charu Mitra
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
Rituraj shivem verma
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
Manoj Mahato
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
sushil sarna
हंसना - रोना
हंसना - रोना
manjula chauhan
बहुत से लोग आएंगे तेरी महफ़िल में पर
बहुत से लोग आएंगे तेरी महफ़िल में पर "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बारह ज्योतिर्लिंग
बारह ज्योतिर्लिंग
सत्य कुमार प्रेमी
फ़ानी
फ़ानी
Shyam Sundar Subramanian
2898.*पूर्णिका*
2898.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोरोना :शून्य की ध्वनि
कोरोना :शून्य की ध्वनि
Mahendra singh kiroula
फूलों की ख़ुशबू ही,
फूलों की ख़ुशबू ही,
Vishal babu (vishu)
ओढ़े  के  भा  पहिने  के, तनिका ना सहूर बा।
ओढ़े के भा पहिने के, तनिका ना सहूर बा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
आर.एस. 'प्रीतम'
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
कवि रमेशराज
मां शारदे कृपा बरसाओ
मां शारदे कृपा बरसाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
धानी चूनर
धानी चूनर
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
नारी को समझो नहीं, पुरुषों से कमजोर (कुंडलिया)
नारी को समझो नहीं, पुरुषों से कमजोर (कुंडलिया)
Ravi Prakash
धोखा था ये आंख का
धोखा था ये आंख का
RAMESH SHARMA
💐प्रेम कौतुक-473💐
💐प्रेम कौतुक-473💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
निर्लज्ज चरित्र का स्वामी वो, सम्मान पर आँख उठा रहा।
निर्लज्ज चरित्र का स्वामी वो, सम्मान पर आँख उठा रहा।
Manisha Manjari
Though of the day 😇
Though of the day 😇
ASHISH KUMAR SINGH
"सुहागन की अर्थी"
Ekta chitrangini
आश किरण
आश किरण
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
पृथ्वी दिवस
पृथ्वी दिवस
Bodhisatva kastooriya
अपनी चाह में सब जन ने
अपनी चाह में सब जन ने
Buddha Prakash
#लघुकथा / #हिचकी
#लघुकथा / #हिचकी
*Author प्रणय प्रभात*
बदनाम से
बदनाम से
विजय कुमार नामदेव
मानता हूँ हम लड़े थे कभी
मानता हूँ हम लड़े थे कभी
gurudeenverma198
Loading...