Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Mar 2021 · 1 min read

मैं कौन

मैं हूँ कौन…?
पता नही
चक्र दर चक्र
चलता रहा
मैं आती रही
बार बार हर बार
इसी चक्र में
न जाने क्यों..?
आखिर क्यों..??

Language: Hindi
1 Like · 493 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
■ आज का चिंतन...
■ आज का चिंतन...
*प्रणय प्रभात*
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
व्यक्ति महिला को सब कुछ देने को तैयार है
व्यक्ति महिला को सब कुछ देने को तैयार है
शेखर सिंह
तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना।
तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना।
सत्य कुमार प्रेमी
2460.पूर्णिका
2460.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बाबू जी की याद बहुत ही आती है
बाबू जी की याद बहुत ही आती है
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
Vindhya Prakash Mishra
बेवजह की नजदीकियों से पहले बहुत दूर हो जाना चाहिए,
बेवजह की नजदीकियों से पहले बहुत दूर हो जाना चाहिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रयत्नशील
प्रयत्नशील
Shashi Mahajan
#है_व्यथित_मन_जानने_को.........!!
#है_व्यथित_मन_जानने_को.........!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
बेवकूफ
बेवकूफ
Tarkeshwari 'sudhi'
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार है
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार है
Neeraj Agarwal
नज़रें!
नज़रें!
कविता झा ‘गीत’
सावन
सावन
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"प्रेम सपन सलोना सा"
Dr. Kishan tandon kranti
इतना आदर
इतना आदर
Basant Bhagawan Roy
लोग रिश्ते या शादियों के लिए सेल्फ इंडिपेंडेसी और सेल्फ एक्च
लोग रिश्ते या शादियों के लिए सेल्फ इंडिपेंडेसी और सेल्फ एक्च
पूर्वार्थ
शब्दों की रखवाली है
शब्दों की रखवाली है
Suryakant Dwivedi
"" *आओ बनें प्रज्ञावान* ""
सुनीलानंद महंत
Milo kbhi fursat se,
Milo kbhi fursat se,
Sakshi Tripathi
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
योग
योग
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
मन मर्जी के गीत हैं,
मन मर्जी के गीत हैं,
sushil sarna
दिल को एक बहाना होगा - Desert Fellow Rakesh Yadav
दिल को एक बहाना होगा - Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
-- आगे बढ़ना है न ?--
-- आगे बढ़ना है न ?--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
जीवनी स्थूल है/सूखा फूल है
जीवनी स्थूल है/सूखा फूल है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
इस गोशा-ए-दिल में आओ ना
इस गोशा-ए-दिल में आओ ना
Neelam Sharma
“लिखने से कतराने लगा हूँ”
“लिखने से कतराने लगा हूँ”
DrLakshman Jha Parimal
Loading...