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8 Jun 2023 · 1 min read

इस गोशा-ए-दिल में आओ ना

इस गोशा-ए-दिल में आओ ना
फिर से आँचल मेरा लहराओ ना।
संदल से महकती पुर-कैफ़ हवा का
झोंका सा तुम बन जाओ ना।
नीलम शर्मा ✍️
गोशा-ए-दिल-दिल में

1 Like · 118 Views
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