मेरे पापा कहते थे
शीर्षक :मेरे पापा कहते थे
समय बड़ा बलवान है पापा हमेशा कहते थे
लौट कर कभी नही आता बस ये समझाते थे
समय की कद्र करो यही पाठ पढ़ाया करते थे
खुद को समय अनुरूप ढालना ये बतलाते थे
मेरे पापा कहते थे
समय पड़े तो अपने स्वाभिमान के लिए अडो बोलते थे
किसी का हक ले उसको दुखी न करो बोलते थे
बेसहारो का सहारा बन खड़े रहो बतलाते थे
खुद स्वाभिमान से जियो समझाया करते थे
मेरे पापा कहते थे
खुद ही संभलना सीखो ये पथ दिखलाते थे
और होती जीत तभी जब स्वयं को समझो कहते थे
मजबूरिया सामने रख पथ बाधित न हो बतलाते थे
कभी कभी समय की मार भी सहनी पड़ेगी बोलते थे
मेरे पापा कहते थे
अपनो से भी बिछड़ना पड़े पर भूलना नही बतलाते थे
परिवार संगठित रखो बस इसी पर बल देते थे
बड़ो को यथा सम्मान दो यही तो बतलाया करते थे
मेरे पापा तो सब से ही न्यारे पापा हुआ करते थे
डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद