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16 Sep 2021 · 1 min read

मुसलमान का मतलब

मुसलसल ईमान रखता जो रखता ,
उसका कुदरत भी करती है सदका।

अपने खुदा पर तो ईमान रखता ही है ,
दूसरे मजहबों का भी करे वो सजदा।

औरतों और उनके हकों की इज़्ज़त करे,
और बच्चों के प्रति रखे स्नेह और ममता ।

बेजुबानों का व्यर्थ न बहाए खून न सताए,
और गरीबों / कमजोरों की करे सहायता।

सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते पर चले ,
प्यार,करुणा और त्याग हो उसकी विशेषता।

जेहाद का सही मतलब समझकर अमल करे ,
जीव मात्र से स्नेह करे इसी का नाम है मानवता ।

वतनपरस्ती में ईमान हो जिसका हर समय ,
वतन के जीना मरना हो जीवन की आवश्यकता ।

गर हर मुसलमान हो रफी,साहिर औ कलाम जैसा,
तो न होगा कभी वैमनस्य और न होगी असहिष्णुता।

देश और समाज बन सकेंगे तभी स्वर्ग के समान जब ,
सभी धर्मो में होगी परस्पर प्रेम और अटूट एकता ।

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 249 Views
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