Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2018 · 1 min read

मुक्तक

मैं तेरे बग़ैर तेरी तस्वीरों का क्या करूँ?
मैं तड़पाती यादों की जागीरों का क्या करूँ?
मैं अश्कों को पलकों में रोक सकता हूँ लेकिन-
मैं दर्द की लिपटी हुई जंजीरों का क्या करूँ?

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 281 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
टॉम एंड जेरी
टॉम एंड जेरी
Vedha Singh
मैं तो हमेशा बस मुस्कुरा के चलता हूॅ॑
मैं तो हमेशा बस मुस्कुरा के चलता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
कवि दीपक बवेजा
जिन्दगी से शिकायत न रही
जिन्दगी से शिकायत न रही
Anamika Singh
*डॉक्टर चंद्रप्रकाश सक्सेना कुमुद जी*
*डॉक्टर चंद्रप्रकाश सक्सेना कुमुद जी*
Ravi Prakash
बीते लम़्हे
बीते लम़्हे
Shyam Sundar Subramanian
गीत
गीत
सत्य कुमार प्रेमी
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
पहले तेरे हाथों पर
पहले तेरे हाथों पर
The_dk_poetry
मोबाइल महिमा
मोबाइल महिमा
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
हमारी दुआ है , आगामी नववर्ष में आपके लिए ..
हमारी दुआ है , आगामी नववर्ष में आपके लिए ..
Vivek Mishra
हमारा संघर्ष
हमारा संघर्ष
पूर्वार्थ
आलसी व्यक्ति
आलसी व्यक्ति
Paras Nath Jha
सच तो रंग होते हैं।
सच तो रंग होते हैं।
Neeraj Agarwal
#drarunkumarshastriblogger
#drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"कहाँ ठिकाना होगा?"
Dr. Kishan tandon kranti
-- कैसा बुजुर्ग --
-- कैसा बुजुर्ग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
राखी की सौगंध
राखी की सौगंध
Dr. Pradeep Kumar Sharma
खुद पर यकीन,
खुद पर यकीन,
manjula chauhan
" जलचर प्राणी "
Dr Meenu Poonia
हट जा भाल से रेखा
हट जा भाल से रेखा
Suryakant Dwivedi
प्रेम एक निर्मल,
प्रेम एक निर्मल,
हिमांशु Kulshrestha
उम्र अपना
उम्र अपना
Dr fauzia Naseem shad
3307.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3307.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
फितरत
फितरत
Bodhisatva kastooriya
जबरदस्त विचार~
जबरदस्त विचार~
दिनेश एल० "जैहिंद"
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
मुझसा फ़कीर कोई ना हुआ,
मुझसा फ़कीर कोई ना हुआ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
खुद को इतना मजबूत बनाइए कि लोग आपसे प्यार करने के लिए मजबूर
खुद को इतना मजबूत बनाइए कि लोग आपसे प्यार करने के लिए मजबूर
ruby kumari
Loading...