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7 Nov 2017 · 1 min read

मुक्तक

मंजिल की तलाश में तूफान मिल जाते हैं!
रास्तों में ख्वाबों के शमशान मिल जाते हैं!
उस वक्त भीग जाती हैं आँखें अश्कों से,
जब कभी भी यादों के निशान मिल जाते हैं!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
310 Views
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