मुक्तक
१.
बेताब रुह है न तेरी, चिनार से लिपट जाने को
बिजली बन गिरेगी, मक्कारी तेरी जला जाने को !
…सिद्धार्थ
***
२.
जब तक बेटियों को मांस, खुद को गिद्ध समझाजायेगा
फूलन को तब तक इतिहास में समृद्ध किया जायेगा !
…सिद्धार्थ
१.
बेताब रुह है न तेरी, चिनार से लिपट जाने को
बिजली बन गिरेगी, मक्कारी तेरी जला जाने को !
…सिद्धार्थ
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२.
जब तक बेटियों को मांस, खुद को गिद्ध समझाजायेगा
फूलन को तब तक इतिहास में समृद्ध किया जायेगा !
…सिद्धार्थ