Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2024 · 1 min read

माहौल में

मदफ़न सुखन तस्दीद के माहौल में
या’नी लहू तस’ईद के माहौल में

ओढ़ता हूँ किरदार कई कई अफसानों का
मिलो मुझसे नहीं तुम ख़ुर्शीद के माहौल में

हो गया इक फ़तवा जारी क़ाफ़िर का मुझपे
लिखने बैठा जो रास्त तमजीद के माहौल में

ये त’अल्लुक़ – ए – ख़ातिर ये खुदा ये जन्नत
सब फूजूल ओ बातिल तस्वीद के माहौल में

यक़ीन है मुझे अलैहिदगी गला घोटेगी मिरा
बना रहा नया रास्ता तक़लीद के माहौल में

ऑपन माइक मुशायरा सब नुमाईस ए हुनर है
असल सुखन गोई होती तनक़ीद के माहौल में

आख़िर अश्क़ छलकते भी क्यों कर निगाह से
मैं शेर सारे सुना रहा था यार बे-दीद के माहौल में

कुछ नहीं बचेगा खाक हो कर रह जाओगे मियाँ
जा रहे हो उसका रु पढ़ने ता’क़ीद के माहौल में

हर इक हर्फ़ को अपनी नायाब म’आनी हासिल है सो
जा रहा लाने पहले पहल खुदको तज्वीद के माहौल में

वैसे तो कोई छु भी नहीं सकता इक कतरा भी कुनु वैसे
मारा जाऊंगा उसका ख्वाब देखते हुए नींद के माहौल में

90 Views

You may also like these posts

लड़कियां गोरी हो, काली हो, चाहे साँवली हो,
लड़कियां गोरी हो, काली हो, चाहे साँवली हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Quote...
Quote...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
छठ पूजा
छठ पूजा
Satish Srijan
भारत के बच्चे
भारत के बच्चे
Rajesh Tiwari
पीछे मुड़कर
पीछे मुड़कर
Davina Amar Thakral
जीते जी मुर्दे होते है वो लोग जो बीते पुराने शोक में जीते है
जीते जी मुर्दे होते है वो लोग जो बीते पुराने शोक में जीते है
Rj Anand Prajapati
अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं,
अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं,
डी. के. निवातिया
हसदेव बचाना है
हसदेव बचाना है
Jugesh Banjare
उलझनें
उलझनें
Karuna Bhalla
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
Vijay kumar Pandey
‌‌भक्ति में शक्ति
‌‌भक्ति में शक्ति
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
Ram Krishan Rastogi
*बुढ़ापे के फायदे (हास्य व्यंग्य)*
*बुढ़ापे के फायदे (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
सियासत का खेल
सियासत का खेल
Shekhar Chandra Mitra
रे मन! यह संसार बेगाना
रे मन! यह संसार बेगाना
अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित'
लिप्त हूँ..
लिप्त हूँ..
Vivek Pandey
खींचो यश की लम्बी रेख।
खींचो यश की लम्बी रेख।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
ज़िंदगी में वो भी इम्तिहान आता है,
ज़िंदगी में वो भी इम्तिहान आता है,
Vandna Thakur
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
Bodhisatva kastooriya
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
शिवनाथ में सावन
शिवनाथ में सावन
Santosh kumar Miri
कुछ पल अपने नाम कर
कुछ पल अपने नाम कर
Sonam Puneet Dubey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
2533.पूर्णिका
2533.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
झुमका
झुमका
अंकित आजाद गुप्ता
उसके आँसू
उसके आँसू
Sudhir srivastava
छठ पूजा
छठ पूजा
Dr Archana Gupta
- दुख की पराकाष्ठा -
- दुख की पराकाष्ठा -
bharat gehlot
ऐसी किताबें लिखें
ऐसी किताबें लिखें
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...