Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Oct 2023 · 1 min read

भारत के बच्चे

हम बच्चें माँ भारती के,
माँ का मान बढायेंगे।
करके पालन कर्तव्यों का,
वंदे मातरम् गायेंगे।
माना पथ मे कांटों संग,
छाया घोर अंधेरा भी।
नन्हा दीपक ही लेकर हम,
निज कर्तव्य निभायेंगे।।

सतपथ पर हरदम चलकर ,
सभ्य समाज बनायेंगे।
घर-घर हो भाईचारा ,
गीत प्रीति के गायेंगे।
नफरत का फूटे न अंकुर,
मानवता हो हर तन मे ।
सत्य अहिंसा के बल पर हम,
आगे बढते जायेंगे ।।

बाधा पथ पर हो कैसी,
आगे बढते जायेंगे।
मिला है मानव जन्म हमे,
व्यर्थ न इसे गवायेंगे।
जीवन की है कठिन डगर ,
संकल्प कभी भी न टूटे।
भारत माँ तेरे आंचल मे,
जीवन सदा लुटायेंगे ।।

स्वरचित-
राजेश तिवारी”रंजन”
बाँदा उत्तर प्रदेश

2 Likes · 122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
काव्य की आत्मा और अलंकार +रमेशराज
काव्य की आत्मा और अलंकार +रमेशराज
कवि रमेशराज
हिंदी है पहचान
हिंदी है पहचान
Seema gupta,Alwar
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
Lohit Tamta
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
Amit Pathak
कृपा करें त्रिपुरारी
कृपा करें त्रिपुरारी
Satish Srijan
धरती के भगवान
धरती के भगवान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आधुनिक समाज (पञ्चचामर छन्द)
आधुनिक समाज (पञ्चचामर छन्द)
नाथ सोनांचली
एक ख्वाब थे तुम,
एक ख्वाब थे तुम,
लक्ष्मी सिंह
हंसते ज़ख्म
हंसते ज़ख्म
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
मेरे भईया
मेरे भईया
Dr fauzia Naseem shad
अतीत
अतीत
Neeraj Agarwal
কি?
কি?
Otteri Selvakumar
2483.पूर्णिका
2483.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
■ लघुकथा / सौदेबाज़ी
■ लघुकथा / सौदेबाज़ी
*Author प्रणय प्रभात*
गज़ल सी कविता
गज़ल सी कविता
Kanchan Khanna
चैन से जिंदगी
चैन से जिंदगी
Basant Bhagawan Roy
निजी विद्यालयों का हाल
निजी विद्यालयों का हाल
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
💐प्रेम कौतुक-427💐
💐प्रेम कौतुक-427💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
Buddha Prakash
"चालाकी"
Ekta chitrangini
यह जिंदगी का सवाल है
यह जिंदगी का सवाल है
gurudeenverma198
सॉप और इंसान
सॉप और इंसान
Prakash Chandra
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
Vishal babu (vishu)
"वेश्या"
Dr. Kishan tandon kranti
सुवह है राधे शाम है राधे   मध्यम  भी राधे-राधे है
सुवह है राधे शाम है राधे मध्यम भी राधे-राधे है
Anand.sharma
कह्र ....
कह्र ....
sushil sarna
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
ओसमणी साहू 'ओश'
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मदनोत्सव
मदनोत्सव
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*खिलना सीखो हर समय, जैसे खिले गुलाब (कुंडलिया)*
*खिलना सीखो हर समय, जैसे खिले गुलाब (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...