Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2024 · 1 min read

” मायने “

” मायने ”
यह बात खास मायने नहीं रखती कि आप कितना सुन्दर लिखते हैं, बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि आपकी लेखनी कितनों को जगाई, कितनों का जीवन स्तर सुधारने में सहायक सिद्ध हुई और किस हद तक तर्क को बढ़ावा देकर वैज्ञानिकता का प्रचार- प्रसार की।

2 Likes · 2 Comments · 51 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
Khaimsingh Saini
नया से भी नया
नया से भी नया
Ramswaroop Dinkar
स्वरचित कविता..✍️
स्वरचित कविता..✍️
Shubham Pandey (S P)
🌼एकांत🌼
🌼एकांत🌼
ruby kumari
कलेजा फटता भी है
कलेजा फटता भी है
Paras Nath Jha
■ नंगे नवाब, किले में घर।।😊
■ नंगे नवाब, किले में घर।।😊
*प्रणय प्रभात*
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
मूल्य मंत्र
मूल्य मंत्र
ओंकार मिश्र
तपाक से लगने वाले गले , अब तो हाथ भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं
तपाक से लगने वाले गले , अब तो हाथ भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं
Atul "Krishn"
Good morning 🌅🌄
Good morning 🌅🌄
Sanjay ' शून्य'
फूल
फूल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ईश्वर के प्रतिरूप
ईश्वर के प्रतिरूप
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
Ramnath Sahu
मित्रता के मूल्यों को ना पहचान सके
मित्रता के मूल्यों को ना पहचान सके
DrLakshman Jha Parimal
खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो ।
खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो ।
Ashok deep
ज़रूरी ना समझा
ज़रूरी ना समझा
Madhuyanka Raj
समय और टीचर में
समय और टीचर में
Ranjeet kumar patre
" तुम्हीं "
Dr. Kishan tandon kranti
एक अच्छे समाज का निर्माण तब ही हो सकता है
एक अच्छे समाज का निर्माण तब ही हो सकता है
कृष्णकांत गुर्जर
दिलबरी
दिलबरी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक दीप हर रोज जले....!
एक दीप हर रोज जले....!
VEDANTA PATEL
प्रेम
प्रेम
Pushpa Tiwari
जीवन
जीवन
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
मन में सदैव अपने
मन में सदैव अपने
Dr fauzia Naseem shad
बच्चों ने वसीयत देखी।
बच्चों ने वसीयत देखी।
सत्य कुमार प्रेमी
वो भी थी क्या मजे की ज़िंदगी, जो सफ़र में गुजर चले,
वो भी थी क्या मजे की ज़िंदगी, जो सफ़र में गुजर चले,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3776.💐 *पूर्णिका* 💐
3776.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आत्मा
आत्मा
Bodhisatva kastooriya
भोर
भोर
Omee Bhargava
कृष्णा तेरी  बांसुरी , जब- जब  छेड़े  तान ।
कृष्णा तेरी बांसुरी , जब- जब छेड़े तान ।
sushil sarna
Loading...