Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2024 · 1 min read

दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। ।

दुश्मन से भी यारी रख।
मन में बातें प्यारी रख।

दुख न पहुंचे लहजे से।
इतनी जिम्मेदारी रख।

मैं तुझको हासिल कर लूंगा।
तू भी इसकी तैयारी रख।

जो तेरा है बस तेरा है।
उसकी मत पहरेदारी रख।

मंज़िल सगीर मिल जाएगी।
अपने सफ़र तू जारी रख।

Language: Hindi
1 Like · 50 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बुद्ध जग में पार लगा दो ।
बुद्ध जग में पार लगा दो ।
Buddha Prakash
किसी के साथ की गयी नेकी कभी रायगां नहीं जाती
किसी के साथ की गयी नेकी कभी रायगां नहीं जाती
shabina. Naaz
बोलते हैं जैसे सारी सृष्टि भगवान चलाते हैं ना वैसे एक पूरा प
बोलते हैं जैसे सारी सृष्टि भगवान चलाते हैं ना वैसे एक पूरा प
Vandna thakur
2775. *पूर्णिका*
2775. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
``बचपन```*
``बचपन```*
Naushaba Suriya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Dr. Sunita Singh
*रिश्वत देकर काम निकालो, रिश्वत जिंदाबाद 【हिंदी गजल/ गीतिका】
*रिश्वत देकर काम निकालो, रिश्वत जिंदाबाद 【हिंदी गजल/ गीतिका】
Ravi Prakash
श्राद्ध
श्राद्ध
Mukesh Kumar Sonkar
शिशुपाल वध
शिशुपाल वध
SHAILESH MOHAN
उसकी सूरत देखकर दिन निकले तो कोई बात हो
उसकी सूरत देखकर दिन निकले तो कोई बात हो
Dr. Shailendra Kumar Gupta
चलो चलो तुम अयोध्या चलो
चलो चलो तुम अयोध्या चलो
gurudeenverma198
" नाराज़गी " ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
" कू कू "
Dr Meenu Poonia
विश्वगुरु
विश्वगुरु
Shekhar Chandra Mitra
आपका बुरा वक्त
आपका बुरा वक्त
Paras Nath Jha
#आज_का_शेर
#आज_का_शेर
*Author प्रणय प्रभात*
13. पुष्पों की क्यारी
13. पुष्पों की क्यारी
Rajeev Dutta
बिजलियों का दौर
बिजलियों का दौर
अरशद रसूल बदायूंनी
संसार का स्वरूप
संसार का स्वरूप
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वक्त
वक्त
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
#शर्माजीकेशब्द
#शर्माजीकेशब्द
pravin sharma
उगाएँ प्रेम की फसलें, बढ़ाएँ खूब फुलवारी।
उगाएँ प्रेम की फसलें, बढ़ाएँ खूब फुलवारी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
यदि गलती से कोई गलती हो जाए
यदि गलती से कोई गलती हो जाए
Anil Mishra Prahari
दोहा
दोहा
sushil sarna
"वृद्धाश्रम"
Radhakishan R. Mundhra
हादसें पूंछ कर न आएंगे
हादसें पूंछ कर न आएंगे
Dr fauzia Naseem shad
* सत्य एक है *
* सत्य एक है *
surenderpal vaidya
💐प्रेम कौतुक-374💐
💐प्रेम कौतुक-374💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
‘ विरोधरस ‘---7. || विरोधरस के अनुभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---7. || विरोधरस के अनुभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
Loading...