“मानो या न मानो”
“मानो या न मानो”
बिना स्वार्थ के
बिना मेल-मुलाकात के
प्रतिदिन याद करने वाले भी
सौभाग्य से मिलते हैं,
मानो या न मानो
ऐसे लोगों से हमारा
पूर्व जन्म के रिश्ते रहते हैं।
“मानो या न मानो”
बिना स्वार्थ के
बिना मेल-मुलाकात के
प्रतिदिन याद करने वाले भी
सौभाग्य से मिलते हैं,
मानो या न मानो
ऐसे लोगों से हमारा
पूर्व जन्म के रिश्ते रहते हैं।