[[ माना कि आज गर्दिश में हैं मेरे सितारे ]]
माना कि आज गर्दिश में हैं मेरे सितारे
जाओ न छोड़कर यूँ अब भी हैं हम तुम्हारे
ये इश्क़ है अजब शय कोई समझ न पाया
कोई हार के भी जीते कोई जीत के भी हारे
#नितिन_शर्मा
माना कि आज गर्दिश में हैं मेरे सितारे
जाओ न छोड़कर यूँ अब भी हैं हम तुम्हारे
ये इश्क़ है अजब शय कोई समझ न पाया
कोई हार के भी जीते कोई जीत के भी हारे
#नितिन_शर्मा