माता पिता कभी नहीं मरते …
माता पिता कहीं नहीं जाते ,
कभी नहीं मरते ,
उनका मरता केवल शरीर है ,
उनकी आत्मा तो घर की एक एक ईंट पर ,
विराजमान है ।
जो उन्होंने खड़ी की ,घर बनाने को ।
उनकी छवि बस्ती है घर की प्रत्येक वस्तु पर ,
जो उन्होंने अपने हाथों से संजोई होती है ।
उनका प्रतिबिंब झलकता है , उनके द्वारा दीवारों पर ,
सजाई गई तस्वीरों में।
माता पिता कभी नही मरते ।
उनकी आवाज बड़े भाई / बहन की आवाज में,
उनका अंदाज ,रूप रंग छोटे भाई / बहन के व्यक्तित्व ,
में झलकता है।
कभी साथ मिलकर बैठो तो सही ,समय निकालकर ,
तुम्हें तुम्हारे माता पिता अपने बीच बैठे हुए ही मिलेंगे ।
उनकी बातें करोगे ,तो एहसासों में ,
उनको याद करोगे तो भीगी पलकों में।
उनका नाम पुकारोगे तो धड़कनों में।
तुम्हारे जीवन में दुआ और आशीष बनकर ,
स्नेह की वर्षा करते रहेंगे तुम्हारे माता पिता ।
माता पिता कभी नहीं मरते ,
कहीं नहीं जाते ,
वो हर घड़ी तुम्हारे साथ है ,
जीवन संघर्ष में साथ देने को ।
मार्गदर्शन करने को ,
और कभी कोई समस्या आ जाए या कोई उलझन हो ,
तो उन सब का समाधान करने को प्रतिपल ,
तुम्हारे साथ खड़े है और खड़े रहेंगे ।
माता पिता कभी नहीं मरते ,,
कहीं नहीं जाते ।
शारीरिक रूप से न सही आत्मिक रूप से ,
वो सदा अपनी संतान के साथ है।