Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2018 · 1 min read

माँ

माँ
सृष्टि
स्पंदन
अनुभूति
सप्त स्वर में
गूँजता संगीत
वट वृक्ष की छाँव।

माँ
आँसू
ममता
सम्वेदना
गोद में लोक
जीवन आलोक
निर्झर-सा प्रवाह।

माँ
शब्द
क़लम
रचना है
कैनवास है
सनी है रंग में / कूची चित्रकार की।

© रवीन्द्र सिंह यादव

नई दिल्ली / इटावा (उत्तर प्रदेश )

17 Likes · 125 Comments · 821 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कदम पीछे हटाना मत
कदम पीछे हटाना मत
surenderpal vaidya
इश्क़ छूने की जरूरत नहीं।
इश्क़ छूने की जरूरत नहीं।
Rj Anand Prajapati
2903.*पूर्णिका*
2903.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम मेरी जिन्दगी बन गए हो।
तुम मेरी जिन्दगी बन गए हो।
Taj Mohammad
सुहागन का शव
सुहागन का शव
Anil "Aadarsh"
#झांसों_से_बचें
#झांसों_से_बचें
*Author प्रणय प्रभात*
Hello
Hello
Yash mehra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
मैंने खुद को जाना, सुना, समझा बहुत है
मैंने खुद को जाना, सुना, समझा बहुत है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
उद् 🌷गार इक प्यार का
उद् 🌷गार इक प्यार का
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
Basant Bhagawan Roy
गाँव कुछ बीमार सा अब लग रहा है
गाँव कुछ बीमार सा अब लग रहा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मेरी कलम
मेरी कलम
Shekhar Chandra Mitra
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
कृष्णकांत गुर्जर
मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
दुख तब नहीं लगता
दुख तब नहीं लगता
Harminder Kaur
जमाना खराब हैं....
जमाना खराब हैं....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
वक़्त है तू
वक़्त है तू
Dr fauzia Naseem shad
"दुनिया"
Dr. Kishan tandon kranti
**कुछ तो कहो**
**कुछ तो कहो**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गौरैया
गौरैया
Dr.Pratibha Prakash
हरे भरे खेत
हरे भरे खेत
जगदीश लववंशी
💐प्रेम कौतुक-441💐
💐प्रेम कौतुक-441💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ब्राह्मण बुराई का पात्र नहीं है
ब्राह्मण बुराई का पात्र नहीं है
शेखर सिंह
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
समझौता
समझौता
Dr.Priya Soni Khare
क्या है खूबी हमारी बता दो जरा,
क्या है खूबी हमारी बता दो जरा,
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
विचार, संस्कार और रस [ दो ]
विचार, संस्कार और रस [ दो ]
कवि रमेशराज
फितरत दुनिया की...
फितरत दुनिया की...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...