फिर दिल मेरा बेचैन न हो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नाज़ुक सा दिल मेरा नाज़ुकी चाहता है
*तुम्हारी पारखी नजरें (5 शेर )*
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
💐प्रेम कौतुक-411💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
भोर सुहानी हो गई, खिले जा रहे फूल।
यही प्रार्थना राखी के दिन, करती है तेरी बहिना
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
1- “जब सांझ ढले तुम आती हो “
शातिर दुनिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)