माँ
माँ केवल एक शब्द नहीं,
माँ प्रतीक है साहस का, सुख का, शांति का।
माँ का हृदय है कोमल वात्सल्य से भरा,
माँ का साथ है शीतल छाया ,
माँ का प्रेम है निश्चल और अनमोल सदा ।
माँ है ममता की मूरत ,
जो चाहती सदैव हित अपने बच्चों का।
माँ सा पावन प्रेम न जग में कोई ,
ना माँ सा कोई दूजा ।
माँ केवल एक शब्द नहीं,
माँ है निर्मल प्रेम की बहती धारा।
अंकिता
पानीपत