Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2022 · 1 min read

माँ के मंदिर

माँ के मंदिर भीड़ लगल छै,
आरती लै माँ तैयार छै ।
कियो माँ के चरण पखारै,
कियो करै श्रृंगार छै
माँ के मंदिर भीड़ लगल छै आरती लै माँ तैयार छै।

धूप जरै छै , दीप जरै छै,
गंध के प्रकार छै ,
माँ के मंदिर भीड़ लगल छै आरती लै माँ तैयार छै ।

नारियल सौं भोग लगौति,
लड्डू भरल थार छै,
माँ के मंदिर भीड़ लगल छै आरती लै माँ तैयार छै।

घंटी बाजै, शंख बजै छै,
घंटा के झंकार छै,
माँ के मंदिर भीड़ लगल छै आरती लै माँ तैयार छै।

कर जोड़ी माँ विनती करै छी,
मूल मंत्र के सार छै,
माँ के मंदिर भीड़ लगल छै आरती लै माँ तैयार छै।

उमा झा

Language: Maithili
4 Likes · 2 Comments · 488 Views
Books from उमा झा
View all

You may also like these posts

कांटें हों कैक्टस  के
कांटें हों कैक्टस के
Atul "Krishn"
जीवन क्या है ?
जीवन क्या है ?
Ram Krishan Rastogi
जिंदगी पेड़ जैसी है
जिंदगी पेड़ जैसी है
Surinder blackpen
New Love
New Love
Vedha Singh
स्वाभिमानी व्यक्ति हैं चलते हैं सीना ठोककर
स्वाभिमानी व्यक्ति हैं चलते हैं सीना ठोककर
Parvat Singh Rajput
दुआर तोहर
दुआर तोहर
श्रीहर्ष आचार्य
..
..
*प्रणय*
ज़िंदगी जीना सीख जाते हैं ,
ज़िंदगी जीना सीख जाते हैं ,
Dr fauzia Naseem shad
मेरे सिवा अब मुझे कुछ याद नहीं रहता,
मेरे सिवा अब मुझे कुछ याद नहीं रहता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
Shweta Soni
चेहरा
चेहरा
Rambali Mishra
" हवाएं तेज़ चलीं , और घर गिरा के थमी ,
Neelofar Khan
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
जाने कैसे आँख की,
जाने कैसे आँख की,
sushil sarna
Student love
Student love
Ankita Patel
कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल।
कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल।
Suryakant Dwivedi
धार्मिक स्थलों के झगडे, अदालतों में चल रहे है. इसका मतलब इन
धार्मिक स्थलों के झगडे, अदालतों में चल रहे है. इसका मतलब इन
jogendar Singh
रमेशराज की पत्नी विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की पत्नी विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
बाह रे चाय
बाह रे चाय
Dr. Kishan tandon kranti
बात पुरानी याद आई
बात पुरानी याद आई
नूरफातिमा खातून नूरी
कलयुग का प्रहार
कलयुग का प्रहार
Jai Prakash Srivastav
दुनिया में आने में देरी
दुनिया में आने में देरी
Shekhar Chandra Mitra
Pain of separation
Pain of separation
Bidyadhar Mantry
मां
मां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
3106.*पूर्णिका*
3106.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जल बचाओ , ना बहाओ
जल बचाओ , ना बहाओ
Buddha Prakash
Change is hard at first, messy in the middle, gorgeous at th
Change is hard at first, messy in the middle, gorgeous at th
पूर्वार्थ
जग मग दीप  जले अगल-बगल में आई आज दिवाली
जग मग दीप जले अगल-बगल में आई आज दिवाली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
जा चला जा दिसंबर....
जा चला जा दिसंबर....
Jyoti Roshni
Loading...