Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2024 · 1 min read

हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं

हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
पेड़ के साये दरख्तों की हवा माँगते हैं,

कितने मतलबपरस्त हैं ये ज़ात आदम के
खुद ज़रूरत न हो तो कुछ भी कहाँ माँगते हैं,

रोज़ मायूसी से हर शाम घर जाने वाले
ज़िंदगी से एक और अच्छी सुबह माँगते हैं,

जिसके सदक़े है ज़िन्दगानी का हर इक लम्हा
उस खुदा से ही नहीं उसकी रज़ा माँगते हैं।

21 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shweta Soni
View all
You may also like:
एकजुट हो प्रयास करें विशेष
एकजुट हो प्रयास करें विशेष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जीवन का एक और बसंत
जीवन का एक और बसंत
नवीन जोशी 'नवल'
बताता कहां
बताता कहां
umesh mehra
2769. *पूर्णिका*
2769. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शब्द : दो
शब्द : दो
abhishek rajak
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
बदनाम शराब
बदनाम शराब
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दिन और रात-दो चरित्र
दिन और रात-दो चरित्र
Suryakant Dwivedi
जीवन मंत्र वृक्षों के तंत्र होते हैं
जीवन मंत्र वृक्षों के तंत्र होते हैं
Neeraj Agarwal
बड़ी मछली सड़ी मछली
बड़ी मछली सड़ी मछली
Dr MusafiR BaithA
तू जो कहती प्यार से मैं खुशी खुशी कर जाता
तू जो कहती प्यार से मैं खुशी खुशी कर जाता
Kumar lalit
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
ruby kumari
कुछ उत्तम विचार.............
कुछ उत्तम विचार.............
विमला महरिया मौज
24, *ईक्सवी- सदी*
24, *ईक्सवी- सदी*
Dr Shweta sood
विश्वास
विश्वास
विजय कुमार अग्रवाल
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
शेखर सिंह
बरपा बारिश का कहर, फसल खड़ी तैयार।
बरपा बारिश का कहर, फसल खड़ी तैयार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*गाते हैं जो गीत तेरे वंदनीय भारत मॉं (घनाक्षरी: सिंह विलोकि
*गाते हैं जो गीत तेरे वंदनीय भारत मॉं (घनाक्षरी: सिंह विलोकि
Ravi Prakash
कविता
कविता
Shiva Awasthi
बेटियां एक सहस
बेटियां एक सहस
Tarun Singh Pawar
हरा-भरा बगीचा
हरा-भरा बगीचा
Shekhar Chandra Mitra
💐प्रेम कौतुक-421💐
💐प्रेम कौतुक-421💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"ख़्वाहिश"
Dr. Kishan tandon kranti
रोला छंद
रोला छंद
sushil sarna
ज़िंदगी खुद ब खुद
ज़िंदगी खुद ब खुद
Dr fauzia Naseem shad
श्रमिक  दिवस
श्रमिक दिवस
Satish Srijan
कैनवास
कैनवास
Mamta Rani
चाय और सिगरेट
चाय और सिगरेट
आकाश महेशपुरी
राजा जनक के समाजवाद।
राजा जनक के समाजवाद।
Acharya Rama Nand Mandal
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
VINOD CHAUHAN
Loading...