महात्मा गांधी
सत्य अहिंसा के बल पर,
जिनने परचम लहराया ,
उनकी दृढ इच्छा शक्ति ने ,
शूरों का माँ बढ़ाया ,
बिना खडग और ढाल के ही ,
अग्रेजों को था भगाया ,
धुन के पक्के गांधी जी ने
जो सोचा करके दिखलाया
सत्य अहिंसा के बल पर,
जिनने परचम लहराया ,
उनकी दृढ इच्छा शक्ति ने ,
शूरों का माँ बढ़ाया ,
बिना खडग और ढाल के ही ,
अग्रेजों को था भगाया ,
धुन के पक्के गांधी जी ने
जो सोचा करके दिखलाया