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14 Feb 2024 · 1 min read

मन ये मुस्कुराए

तू सामने मेरे बैठे तो
मन ये मुस्कुराए
तू मुझसे ना मुझ को चुरा
मेरी नींद उड़ जाए

बस सोच के तेरी बात
पूरा दिन ढल जाए
आए सावन की एक बरसात
जिसमें हम भीग जाएं

कभी राह से तेरी गुजरुँ
दिल मिलने को तरस जाए
सामने तेरे आ जाने से
क्यूं खामोश हम हो जाएं

Language: Hindi
1 Like · 38 Views
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