मन काशी में रम जाएगा जब काशी तन ये जाएगा
मन काशी में रम जाएगा जब काशी तन ये जाएगा
रोम रोम खिल जाएगा जब गंगा में गोते लगाएगा
मणिकर्णिका घाट पर जीवन का अर्थ पाएगा
हरिश्चंद्र के घाट पर जीवन तत्व समझ आएगा
मन काशी में रम जाएगा जब काशी तन ये जाएगा
रोम रोम खिल जाएगा जब गंगा में गोते लगाएगा
मणिकर्णिका घाट पर जीवन का अर्थ पाएगा
हरिश्चंद्र के घाट पर जीवन तत्व समझ आएगा