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28 Oct 2023 · 2 min read

◆व्यक्तित्व◆

◆व्यक्तित्व◆
■ श्रद्धेय भाई जी डॉ. सुब्बा राव
(स्मृति-दिवस पर भावपूरित विचारांजलि)
【प्रणय प्रभात】
तेजस्वी मुखमण्डल, गौर वर्ण, धवल केश और मृदुल मुस्कान। हाफ-पेंट, अंडर-शर्ट, बेल्ट और कंधे पर हरे रंग की खादी का झोला। कलाई पर पट्टे वाली घड़ी। बेहद सहज, सरल किंतु आकर्षक व्यक्तित्व। अनेक भाषाओं का ज्ञान तथा उनके उपयोग में समयोचित संतुलन की प्रवीणता। सौम्य और शालीन व्यवहार तथा सभी के प्रति पात्रतानुसार नेह व सम्मान के भाव। यह सारगर्भित सा परिचय है डॉ. एसएन सुब्बाराव जी का। जिन्हें न केवल देश बल्कि समूची दुनिया में एक पथदर्शी की ख्याति मिली। गांधीवादी चिंतक और सर्वोदयी विचारक के रूप में आपकी प्रसिद्धि वैश्विक स्तर की रही। देश की एकता व अखंडता की दिशा में युवा शक्ति के मार्गदर्शक डॉ. सुब्बाराव अपने लाखों समर्थकों व अनुयायियों के बीच “भाई जी” के नाम से लोकप्रिय रहे। दस्यु समर्पण व चंबल घाटी की शांति की दिशा में अथक प्रयासों की सफलता ने आपको सर्वमान्य शांतिदूत बनाया। जिसके लिए आपको अनेक सम्मान व अलंकरण भी प्राप्त हुए। इन सबके बाद भी आपका दर्प-रहित विनम्र और विरला जीवन अनुकरणीय रहा। एक पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता के नाते मुझे “भाई जी” का नेहपूर्ण व प्रेरणास्पद सान्निध्य कई बार मिला। उनके प्रेरक विचारों के श्रवण लाभ सहित साक्षात्कार का अवसर भी। गाँधीवाद के प्रति कम लगाव के बाद भी डॉ. सुब्बाराव जी मेरे गिने-चुने आदर्शों में एक रहे। जीवन के प्रति तरुणों को मात देने वाला उत्साह, संयम व अनुशासन आपकी पहचान था। स्वाध्याय और तार्किक उद्बोधन की कुछ प्रेरणा भी आप से मिली। आज आपके एक और स्मृति-दिव के ने आपकी यादों को फिर ताज़ा किया। निःसंदेह आज ही के दिन एक अपूरणीय क्षति को हम जैसे अनगिनत लोगों ने भोगा। आपकी धीर गंभीर वाणी और ओजपूर्ण प्रेरणा गीत मानस में झंकृत हो रहे हैं। आज एक राजनैतिक जुमला बन चुकी विश्व बंधुत्व की भावना के साथ देश-विदेश के हज़ारों युवाओं की पदयात्रा के वो दृश्य आज भी स्मृति में हैं जिनकी वजह से पहली बार आपको व आपके संकल्पों को जाना। बिना किसी संकोच के कह सकता हूँ कि इतना असाधरण हो कर साधारण होना साधारण बात नहों है। काश कि यह सबक़ आपकी सन्निधि में थोड़ा बहुत नाम कमा चुके स्वयम्भू गांधीवादी भी सीख पाएं। जो वाह्य सरलता के बाद भी अन्तःकरण से मलीन हैं। आपके विराट व्यक्तित्व व कृतित्व को एक बार फिर से सलाम। विनम्र श्रद्धांजलि के साथ विनम्र प्रणाम।
#भारत_माता_की_जय।
■प्रणय प्रभात■
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)

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