Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2021 · 1 min read

*”भोर सुहानी आएगी”*

“भोर सुहानी आएगी”
समय का ये कालचक्र निरन्तर चलता रहता।
कभी अमावस की कालिमा छाई हुई कभी पूनम की चाँदनी खिल उठेगी।
दिन हो या रात हो लंबे अंतराल के बाद ही ,
स्वर्णिम आभा की नई किरणें उम्मीद जगाएगी।
वो भोर सुहानी आएगी…! !
संघर्षो से जूझते हुए थक हारकर
विध्न बाधाओं को दूरकर ,
मुश्किलों से निकलकर ,
सामने आई विकट समस्या का सामना करते हुए ,
समझदारी से हिम्मत से काम ले ,
एकजुटता हौसला बढ़ाते हुए,
चेहरों पर खुशियां जरूर लाएगी।
वो भोर सुहानी आएगी…! !
ऋतु परिवर्तन से उजड़ा चमन
सूखी पत्तियों का गिरना झड़ना
नई कोपलें पल्लव कुसुमित
सुगंध बिखरते बगिया महकती
पँछी के मधुर स्वर कानों में रस घोल उदासी चेहरों पर मुस्कान ले आएगी।
वो भोर सुहानी आएगी….! !
अखंडता में एकता समर्पण भाव
पराजय से विजय पथ प्रदर्शक
दृढ़ इच्छाशक्ति विश्वास उम्मीद की किरणें दिखलाएगी।
कुदरत में जहरीली गैस घुल गई
प्रकृति को जो हमने दिया
शुद्ध हवाओं प्रदूषण रहित
अब प्रकृति पुनः हमें लौटाएगी।
वो भोर सुहानी आएगी…! !
जन्म मरण मायामोह का बंधन
उम्र का लेखा जोखा विधि विधान
होनी अनहोनी होकर रहेगी।
प्रेम आस्था दृढ़ संकल्प सेवाभाव
पीढ़ी दर पीढ़ी नई चेतना जगाएगी।
वो भोर सुहानी आएगी….! !
गुजर जाएगी ये अमावस की रात
नाजुक हालत संकट की घड़ी में
जीत का जज्बा हौसला लिए हुये
फैलेगा चहुं ओर नूतन प्रकाश
आशाओं का दीप जलाकर
सूरज की रोशनी फैलाएगी।
वो भोर सुहानी आएगी….! !
वो भोर सुहानी एक दिन जरूर आएगी…..! ! !
शशिकला व्यास✍️

Language: Hindi
3 Likes · 284 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"व्‍यालं बालमृणालतन्‍तुभिरसौ रोद्धुं समज्‍जृम्‍भते ।
Mukul Koushik
'सरदार' पटेल
'सरदार' पटेल
Vishnu Prasad 'panchotiya'
जिंदगी तेरी हर अदा कातिलाना है।
जिंदगी तेरी हर अदा कातिलाना है।
Surinder blackpen
रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी
रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी
VINOD CHAUHAN
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
ऐ ज़िन्दगी ..
ऐ ज़िन्दगी ..
Dr. Seema Varma
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कबीरा यह मूर्दों का गांव
कबीरा यह मूर्दों का गांव
Shekhar Chandra Mitra
*होइही सोइ जो राम रची राखा*
*होइही सोइ जो राम रची राखा*
Shashi kala vyas
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
फितरत
फितरत
Awadhesh Kumar Singh
#लघु_दास्तान
#लघु_दास्तान
*Author प्रणय प्रभात*
अगर लोग आपको rude समझते हैं तो समझने दें
अगर लोग आपको rude समझते हैं तो समझने दें
ruby kumari
अंतरात्मा की आवाज
अंतरात्मा की आवाज
Dr. Pradeep Kumar Sharma
परिभाषाएं अनगिनत,
परिभाषाएं अनगिनत,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
2926.*पूर्णिका*
2926.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बचपन कितना सुंदर था।
बचपन कितना सुंदर था।
Surya Barman
Jo kbhi mere aashko me dard bankar
Jo kbhi mere aashko me dard bankar
Sakshi Tripathi
इससे ज़्यादा
इससे ज़्यादा
Dr fauzia Naseem shad
मोहब्बत अधूरी होती है मगर ज़रूरी होती है
मोहब्बत अधूरी होती है मगर ज़रूरी होती है
Monika Verma
उड़े  हैं  रंग  फागुन के  हुआ रंगीन  है जीवन
उड़े हैं रंग फागुन के हुआ रंगीन है जीवन
Dr Archana Gupta
त्याग
त्याग
AMRESH KUMAR VERMA
फितरत
फितरत
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
💐प्रेम कौतुक-433💐
💐प्रेम कौतुक-433💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
यहाँ श्रीराम लक्ष्मण को, कभी दशरथ खिलाते थे।
यहाँ श्रीराम लक्ष्मण को, कभी दशरथ खिलाते थे।
जगदीश शर्मा सहज
कुछ तो बात है मेरे यार में...!
कुछ तो बात है मेरे यार में...!
Srishty Bansal
चंद अश'आर ( मुस्कुराता हिज्र )
चंद अश'आर ( मुस्कुराता हिज्र )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
चैन से जी पाते नहीं,ख्वाबों को ढोते-ढोते
चैन से जी पाते नहीं,ख्वाबों को ढोते-ढोते
मनोज कर्ण
प्रणय
प्रणय
Neelam Sharma
*नई सदी में चल रहा, शिक्षा का व्यापार (दस दोहे)*
*नई सदी में चल रहा, शिक्षा का व्यापार (दस दोहे)*
Ravi Prakash
Loading...