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7 Apr 2023 · 1 min read

चैन से जी पाते नहीं,ख्वाबों को ढोते-ढोते

चैन से जी पाते नहीं,ख्वाबों को ढोते-ढोते
है चाँद दिल में उतरा,पर चाँदनी नहीं है
जानते हम जो ऐसा, ना आशियाँ बनाते
अब चैन कैसे पायें, दिल जानता नहीं है

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