“बेदर्द जमाने में”
“बेदर्द जमाने में”
बदनामी ने कभी दामन ना छोड़ा,
वो वफ़ा निभाते रहे जाने अंजाने में।
रिन्दों ने अपनी मौत तलक मांगी,
पर मिली ना ‘किशन’बेदर्द जमाने में।
“बेदर्द जमाने में”
बदनामी ने कभी दामन ना छोड़ा,
वो वफ़ा निभाते रहे जाने अंजाने में।
रिन्दों ने अपनी मौत तलक मांगी,
पर मिली ना ‘किशन’बेदर्द जमाने में।