बेटियां
(बेटी दिवस पर सभी बेटियों को प्रणाम)
जगत की शान है बेटी, पिता का मान है बेटी
नहीं जीवन है बेटी बिन, धरा की जान है बेटी
जगत की मां भी है बेटी, जगत की बहन है बेटी
जगत की भार्या बेटी, जगत को पालती बेटी
त्याग है बेटी, और बलिदान है बेटी
ममता की वो मूरत है, करुणा की खान है बेटी
प्रेम है बेटी, श्रृंगार है बेटी
है जीवन संगिनी जग की,जगत का सार है बेटी
प्रेम की मूरत हैं बेटियां,वरदान है बेटी
सभी को जन्म देती है,प़त्यक्ष भगवान है बेटी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी